नई दिल्ली:
कांग्रेस नेता राहुल गांधी मानहानि मामले में अपनी दोषसिद्धि के खिलाफ सत्र अदालत में अपील दायर करने के लिए सूरत पहुंचे हैं. कांग्रेस नेता 2019 के मानहानि मामले में अपनी दो साल की सजा के खिलाफ आज सूरत की सेशंंस कोर्ट में अपील दायर की है. कोर्ट ने राहुल गांधी को जमानत दे दी है और सजा पर फिलहाल रोक लगा दी है. सूरत की कोर्ट से राहुल गांधी को जमानत मिल गई है। कोर्ट ने राहुल गांधी की जमानत 13 अप्रैल तक बढ़ा दी है. इसी दिन राहुल की जमानत पर सुनवाई होगी. इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने अपनी सजा को भी चुनौती दी है, जिस पर 3 मई को सुनवाई होगी. बता दें कि इस मामले में सजा सुनाए जाने के 11 दिन बाद राहुल गांधी ने सेशंस कोर्ट में याचिका दाखिल की है. भाजपा ने इसे कांग्रेस का ड्राम बताया है.
राहुल गांधी, जिन्हें हाल ही में गुजरात की अदालत के आदेश के बाद सांसद के रूप में अयोग्य घोषित किया गया था, उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और तीन कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों- अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ सूरत पहुंचे हैं. अदालत में पेशी से पहले राहुल गारंधी अपनी मां सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी.
52 वर्षीय राहुल गांधी को 2019 के मामले में मानहानि का दोषी पाया गया था, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सरनेम’ पर विवादित टिप्पणी की थी. हालांकि, राहुल गांधी को कोर्ट से सजा मिलने के तुरंत बाद जमानत दे दी गई थी और उन्हें निर्णय के खिलाफ अपील करने के लिए 30 दिनों तक उनकी सजा को निलंबित कर दिया गया था.
केंद्रीय विधि मंत्री किरेन रीजीजू ने सोमवार को दावा किया कि कांग्रेस न्यायपालिका पर ‘अनुचित दबाव’ बनाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सूरत की एक अदालत में उपस्थित होने के लिए जाते समय उनके साथ पार्टी के नेताओं के जाने की योजना पर सवाल खड़ा किया. राहुल के वकीलों ने कहा कि सत्र अदालत सोमवार को ही मामले को सुनवाई के लिए ले सकती है. रीजीजू ने कहा, “मेरा सीधा सवाल है। कांग्रेस न्यायपालिका पर इस तरह का अनुचित दबाव बनाने की कोशिश क्यों कर रही है. न्यायिक मामलों से निपटने के तरीके होते हैं, लेकिन क्या यह तरीका है?” उन्होंने सवाल किया कि क्या पहले ऐसा कोई मामला देखने में आया है जब कोई पार्टी अदालत का ‘घेराव’ करने की कोशिश कर रही है.
वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को पता था कि कोर्ट द्वारा सजा दिए जाने के बाद राहुल गांधी की सदस्यता जाएगी. इससे पहले भी 13 और नेताओं की सदस्यता इसी तरह जा चुकी है. लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस ने फिर भी ड्रामा रचा.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था. केरल में राहुल गांधी की वायनाड सीट उनके पद से हटाए जाने के बाद अब खाली हो गई है. चुनाव आयोग अब इस सीट के लिए विशेष चुनाव की घोषणा कर सकता है. राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस को एक फायदा ये होता नजर आ रहा है कि विपक्ष एकजुट दिख रहा है.