सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश DY चंद्रचूड़ ने उत्तर प्रदेश की महिला जज की इच्छामृत्यु से जुड़ी वायरल चिट्ठी पर दृढ़ नजर रखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट से स्थिति रिपोर्ट मांगी है। चिट्ठी में उठाए गए आरोपों के बाद, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने सुप्रीम कोर्ट सेकेट्री जनरल को इलाहाबाद हाईकोर्ट प्रशासन से जानकारी प्राप्त करने के लिए आदेश दिया है। महिला जज द्वारा की गई शिकायतों और आंतरिक शिकायत समिति की कार्रवाही की स्थिति की जानकारी तक पहुंचने का आदेश दिया गया है।
चिट्ठी में यह बताया गया है कि बांदा ज़िले की महिला जज ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए इच्छामृत्यु की मांग की है। उन्होंने चिट्ठी में यह भी बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके बाद उन्होंने इच्छामृत्यु की मांग की।
महिला जज ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि वे न्यायिक सेवा में उत्साह से आई थीं, लेकिन उन्हें दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि वह जज होने के बावजूद अपने आप को न्याय नहीं दिला पा रही हैं, और उन्होंने कामकाजी महिलाओं से यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने की पुरानी मांग को फिर से उत्तेजना दिया है।