नई दिल्ली। एसीएस यानी ऑल सक्सेस चैरिटेबल ट्रस्ट ने एक विशेष समारोह के दैरान कांस्टीटयूशन क्लब ऑफ़ इंडिया में उन महिलाओं को सम्मानित किया जिन्होंने राष्ट्र निर्माण और सामाजिक विकास में असाधारण योगदान दिया है। इस आयोजन में उन महिलाओं की उपलब्धियों का उत्सव मनाया गया जिन्होंने सकारात्मक बदलाव लाने और समुदायों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कुल मिला कर यह समारोह उन महिला नेताओं, परिवर्तनकारियों, और अनसुनी नायिकाओं को एक भावुक श्रद्धांजलि थी, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में अद्वितीय उपलब्धियां हासिल की हैं। एसीएस की प्रवक्ता डॉ. श्रुति सहरावत ने कहा, हमारी संस्था उन लोगों का समर्थन और सम्मान करता है जो समाज की प्रगति में योगदान देते हैं।
इस अवसर पर आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी इन्द्रेश कुमार ने कहा की महिलाओं के सशक्तिकरण, मजबूती और समावेशी समाज के निर्माण में उनकी भूमिका के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा, “महिलाएं हमेशा प्रगति की प्रेरक शक्ति रही हैं, और उनके योगदान को हर मंच पर मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर दो माताओं के प्रति कर्तव्य है: एक हमारी मातृभूमि है, और दूसरी वह हमारी मां हैं जिन्होंने हमें जन्म दिया। महिलाओं के बिना कोई भी जन्म नहीं ले सकता। राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी कि जीवन को पोषित करने में उनकी भूमिका है।
न्यायमूर्ति हरिश चंद्र मिश्रा ने कहा, “इन असाधारण महिलाओं की उपलब्धियों का उत्सव मना कर हम आने वाली पीढ़ी के लिए एक आदर्श स्थापित कर रहे हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम उन परिवर्तनकारियों को पहचानें और सराहें जो अपने राष्ट्र के सुधार के लिए नि:स्वार्थ काम कर रहे हैं।
इस आयोजन में गणमान्य व्यक्ति उपस्थिति रहे, जिनमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी इन्द्रेश कुमार, महिला और बाल विकास मंत्री सवित्री ठाकुर और दिल्ली के लोकायुक्त न्यायमूर्ति हरिश चंद्र मिश्रा शामिल थे। इन सम्माननीय व्यक्तियों ने सम्मानित महिलाओं की सराहना की और राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।