कोरोना के बाद अब चीन को लेकर कहा जा रहा है कि वहां HMPV वायरस के चलते बुरे हालात हैं. सोशल मीडिया में दिखाया जा रहा है कि वहां के अस्पतालों में लोगों की भीड़ है, लोग मर रहे हैं और स्थिति खतरनाक हो चुकी है. इतना ही नहीं श्मशान घाट तक फुल हो चुके हैं. सोशल मीडिया पर कुछ ऐसा दिखाया जा रहा है कि मानो हालात वाकई काबू से बाहर हैं. इनमें चीन के अस्पतालों में मास्क पहने हुए मरीज नजर आ रहे हैं. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि कहीं एक और महामारी न दस्तक दे दे, जिससे आम लोग खौफ़ज़दा हो गए हैं, उनके मन में यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर चीन में हो क्या रहा है. चीन की राजधानी बीजिंग में रहते हुए मैंने जो देखा है, जो महसूस किया है उसे बताने की कोशिश रहेगी.
चीन के बड़े शहरों कोई बंदिश नहीं
बीजिंग, शंघाई, क्वांगचो, शनचन और अन्य शहरों में कहीं भी घबराने या तनाव वाला माहौल नजर नहीं आ रहा है, यानी सब कुछ सामान्य ढंग से चल रहा है. बाजारों, ट्रेन स्टेशनों, बस अड्डों और एयरपोर्ट्स पर लोग बिना किसी बंदिश के घूमते हुए दिख रहे हैं. होटल, रेस्टोरेंट और बार भी संचालित हो रहे हैं. एक शहर से दूसरे शहर जाने में भी कोई पाबंदी नहीं है. इतना ही नहीं ऑफिस जाने वाले लोग नॉर्मल ढंग से काम कर रहे हैं. कोविड-19 की तरह न कोई स्कैनिंग हो रही है और न कोई जांच. इस महीने के अंत में चीनी परंपरागत नव वर्ष मनाया जाएगा. इसकी तैयारियां जोरों पर हैं, बाज़ारों को उत्सव के लिए सजाया जा रहा है. लाल रंग(शुभ रंग माना जाता है) से जुड़ीं विभिन्न वस्तुओं से दुकानें और मॉल भर गए हैं. चीनी लोगों में वायरस का कोई खौफ नहीं है, क्योंकि न्यू ईयर के दौरान कई दिनों की छुट्टियां रहती हैं और चीनी लोग देश-विदेश घूमने के लिए प्लान बना चुके हैं. इस बीच चीनी रोग नियंत्रण और रोकथाम सेंटर का कहना है कि यह कोई नया वायरस नहीं है. ऐसे में घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी जरूर बरतनी चाहिए. बीजिंग में यूआन अस्पताल के एक डॉक्टर ली थोंगचंग के अनुसार-अब तक किसी भी मरीज में वायरस का कोई नया स्ट्रेन नहीं पाया गया है हालांकि स्थानीय मीडिया की कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि चीन के बड़े शहर फ्लू के पीक सीज़न में पहुंच गए हैं.