बैतूल बना फर्जी बसों के संचालन का अड्डा, चल रहीं दर्जनों फर्जी बसें !!!
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले से दर्जनों फर्जी बसों के संचालन का मामला सामने आया है, जिन बसों को चलाने के लिए न तो कोई वैद्य परमिट है और न ही अन्य वैद्य दस्तावेज हैं । इन्ही फर्जी बसों द्वारा जहां परिहवन के नियमों की रोज धज्जियां उड़ाई जा रही है वही साथ में इन बसों के ऑपरेटर द्वारा किराया बढ़ाकर आम जनता को लूटा भी जा रहा है । हाल ही में रक्षाबंधन के त्योहार पर बैतूल से इंदौर जहां 400 से 500 रुपए किराया लगता है वहीं इन बसों द्वारा 1500 से 2000 रुपए का किराया वसूला गया । सूत्रों के अनुसार, इनमे कई बसें तो ऐसी भी है जो पिछले कई वर्षों से मात्र बारात के परमिटों पर ही संचालित हो रही है जिनमें कावेरी ट्रांसवेज, मां वैष्णो ट्रेवल्स मोरखा, राहुल रोमियो, सांवरिया ट्रेवल्स, राहुल ट्रेवल्स, इंदौर ट्रेवल्स की बसें है जो रोजाना बैतूल बस स्टैंड से निकलती है जबकि बारात के परमिट पर चलने वाली बसों का किसी भी बस स्टैंड पर रुकना वर्जित है। इनमे कई बसों द्वारा फर्जीवाड़ा कर मध्यप्रदेश शासन को टैक्स का चूना भी लगाया जा रहा है जिसपर परिवहन विभाग का कोई ध्यान नहीं है या यूं कहें कि इन फर्जी बसों के ऑपरेटर पर परिवहन विभाग का कुछ ज्यादा ही आशीर्वाद है ।
क्योंकि यह बसें 32 से 35 सीटिंग/स्लीपर में पंजीकृत है परंतु इनमे 45 से 50 सीटिंग/स्लीपर लगी हुई हे जिससे यह शासन को हर माह लाखों रुपए के टैक्स की हेरा फेरी कर के चकमा दे रहे हैं ।
जिन बस ऑपरेटरों के पास वैद्य परमिट है, उनके लिए ये फर्जी संचालित बसें आए दिन मुसीबत का कारण बनती जा रही है क्योंकि ये फर्जी बसे वैध बसों के आगे बस स्टैंड से सवारी बैठा कर ले जाती है और रोकने पर इनके एजेंटो द्वारा दादागिरी की जाती हैं।
इन्ही बसों के एजेंटो द्वारा दूसरी बसों के स्टाफ को डराया और धमकाया जाता है । इस प्रकार बैतूल फर्जी बसों का जंक्शन बनता जा रहा है जहां आर. टी. ओ. अधिकारी द्वारा भी किसी प्रकार की कोई कारवाही नहीं की जाती है और पूर्व में भी हुई शिकायतों पर आज तक खामोश हैं ।