भोपाल के नए आर टी ओ जितेंद्र शर्मा आए दिन चर्चा में बने हुए है, इसका कारण उनके वैद्य तरीके से काम करना है जिससे चंद दलाल अपने फर्जी काम कराने से वंचित हो रहे। जिन दलालों की दाल नहीं गल रहीं है वो किसी न किसी तरीके से आरटीओ को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जबकि अन्य कुछ एजेंटो का कहना हैं कि सभी काम हो रहें है जो नियमानुसार हैं।आरटीओ नियम विरुद्ध किसी भी काम को करने में कोई दिलचस्पी नहीं लेते हैं, जबकि कुछ दलालों का काम केवल फर्जी तरीके से काम निकलवाना है जो की पहले हुआ करता था परंतु नए आरटीओ के सख्त रवव्ये से चंद दलालों की दाल गलना बंद हो गई है।
कई एजेंटो की माने तो पहले कई प्रकार के फर्जी काम आसानी से हो जाया करते थे जैसे बिना सत्यापन के गाडियां ट्रांसफर हो जाना, फर्जी फिटनेस होना, अवैधानिक तरीके से बसों के परमिट जारी हो जाना। ये सारे काम इन दलालों के माध्यम से आसानी से हो जाया करते थे, पर अब जहां इन दलालों के काम नहीं निकल रहें हैं तो बौखलाहट में आरटीओ जितेंद्र शर्मा की छवि को धूमिल करने व नुकसान पहुंचाने का काम इन एजेंटो द्वारा किया जा रहा है।
इन चंद दलालों के हौंसले इतने बढ़ गए हैं की एक परिवहन अधिकारी के बारे में कुछ बिकाऊ मीडिया पोस्ट के जरिए ऐसी अपमान जनक खबरे फैला रहें हैं। ऐसे दलालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही होना चाहिए जिससे अन्य कार्य नियमानुसार एवं सुचारू रूप से चल सकें।