गीतिका सुसाइड केस के समय गोपाल कांडा हरियाणा सरकार में गृह राज्यमंत्री थे. उन्होंने निर्दलियों के साथ मिलकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को समर्थन दिया. हुड्डा सीएम बने तो उन्होंने अपनी सरकार में गोपाल कांडा को गृह राज्यमंत्री का पद दिया. जिसके बाद गीतिका सुसाइड केस में नाम आने के बाद उन्हें गृह राज्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा और और जेल जाना पड़ा. तिहाड़ जेल में उन्हें करीब 18 महीने तक रहना पड़ा. 2014 में गोपाल कांडा को जमानत मिली. आपको बता दें कि गीतिका की मौत के करीब छह महीने बाद उनकी मां अनुराधा शर्मा ने भी आत्महत्या कर ली थी. गोपाल कांडा की एयरलाइंस में काम करने वाली गीतिका ने 5 अगस्त 2012 को फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था. गोपाल कांडा पर गीतिका के साथ दुष्कर्म और अप्राकृतिक यौन संबंध के आरोप लगे थे. गीतिका ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था जिसमें उसने गोपाल कांडा पर यौन शोषण का आरोप लगाया था.