अमेरिकी शॉर्ट सेलर Hindenburg की एक और नई सनसनीखेज रिपोर्ट और इस बार निशाने पर है मार्केट रेगुलेटर SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच. अपनी साख गंवा चुके हिंडनबर्ग रिसर्च के इस नए शगूफे को एक्सपर्ट्स एक नई पैंतरेबाजी मान रहे हैं, ताकि भारतीय बाजार में जारी तेजी के सेंटीमेंट्स को प्रभावित किया जा सके.शॉर्टेसलर की नई रिपोर्ट में जो भी दावे किए गए हैं, उन आरोपों को SEBI और अदाणी ग्रुप दोनों ने ही ‘निराधार’ और ‘दुर्भावनापूर्ण’ करार दिया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने X पर एक पोस्ट में कहा कि इस रिपोर्ट का मकसद रेगुलेट को बदनाम करना और निवेशकों के लिए बाजार में अराजकता और नुकसान पैदा करना है – ऐसा करके बाजार की तेजी को धीमा करना है.