नई दिल्ली: संसद भवन में भारी सुरक्षा चूक के मामले में गिरफ्तार किए गए छह लोगों पर आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत आरोप लगाए गए हैं. यह वारदात महीने की शुरुआत में हुई जब संसद भवन में हंगामा उत्पन्न हुआ और छह आरोपियों ने अपनी राजनीतिक प्रतिवद्धता को सामने लाने के लिए उच्चतम सुरक्षा को चुनौती दी.युवक ने अपने जूते में कुछ स्प्रे छिपाकर लाए थे और सदन में पीला धुआं फैलते ही सुरक्षा चूक उत्पन्न हुई. इसके बाद सांसदों ने दोनों को पकड़ लिया और उन्हें पिटाई की. यह घटना संसद के भीतर और बाहर हुई, जिसमें धुएं के कैन से धुआं फैलाने वाले आरोपियों की भी गिरफ्तारी हुई.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां बताती हैं कि छह आरोपियों में सागर शर्मा और डी मनोरंजन शामिल हैं, जिन्होंने संसद के अंदर पीले धुएं वाले कैन का इस्तेमाल किया था. दूसरी ओर, नीलम देवी और अमोल शिंदे ने संसद के बाहर लाल और पीले रंग के कैन से धुआं उड़ाया. गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपी ललित झा और विक्की शर्मा हैं, दोनों गुड़गांव के रहने वाले हैं. आरोपी ललित झा ने कथित तौर पर एक वीडियो शूट किया था, जिसमें अन्य आरोपी धुएं के कैन छिपा रहे थे. ये शख्स अन्य सभी के सेलफोन लेकर भाग गया. विक्की शर्मा ने कथित तौर पर अन्य आरोपियों को शरण दी.
दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला है कि सभी आरोपी भगत सिंह फैन क्लब नाम के सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़े हुए थे. इसके बावजूद, इनका क्या मकसद था, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है. बताया जा रहा है कि आरोपी करीब डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले और योजना को आगे बढ़ाने पर चर्चा की. लगभग नौ महीने पहले एक और बैठक हुई, जब आरोपियों ने पूरे हमले की योजना बनाई. UAPA के तहत, आतंकी गतिविधियों के खिलाफ कानून लाया गया है, जिसमें कड़ी सजा का प्रावधान है. सूत्रों के मुताबिक, सागर शर्मा इसी महीने लखनऊ से दिल्ली आए थे, जहां उन्होंने संसद में प्रवेश नहीं कर सके, लेकिन उन्होंने बाहर से ही इसकी निगरानी की और सुरक्षा जांच को ध्यान से देखा. कल की योजना को अंजाम देने के लिए आरोपी इस रविवार को दिल्ली पहुंचे और गिरफ्तार किए गए.
सूत्रों ने बताया कि सागर शर्मा और मनोरंजन इसी दोपहर में संसद में दाखिल हुए, जहां उन्होंने बड़ी चालाकी से पूरी घटना को अंजाम दिया. बुधवार दोपहर को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान चौंकाने वाला दृश्य देखने को मिला, जब सागर शर्मा दर्शकों की दीर्घा से कूदकर सदन में पहुंचे और पीले धुएं का कैन खोलकर अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचने की कोशिश करते हुए पकड़े गए.सांसदों ने जैसे ही सागर शर्मा को पकड़कर पीटा, मनोरंजन ने भी धुएं का कैन खोल लिया. हालांकि, वह भी जल्द ही पकड़ लिया गया. लोकसभा के अंदर इस घटना से कुछ समय पहले, नीलम और अमोल ने संसद भवन की इमारत से बाहर कैन खोले और “तानाशाही” के खिलाफ नारे लगाए.
दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर सेल छह आरोपियों से पूछताछ कर रही है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों को उनकी सुरक्षा के बारे में आश्वस्त किया है और कहा है कि गहन जांच की जाएगी. इस घटना से पहले हुए 2001 के संसद हमले की बरसी पर यह सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है.