एथिक्स कमेटी ने की महुआ मोइत्रा के निष्कासन की सिफ़ारिश…” : जानें, क्या है एथिक्स पैनल की रिपोर्ट में

महुआ मोइत्रा की सांसदी का भविष्य क्या होगा, यह सवाल जल्द ही उत्तर प्राप्त करेगा। लोकसभा की आचार समिति ने उनके मामले पर रिपोर्ट तैयार की है, जो अब सदन के पटल पर प्रस्तुत की जाएगी। इस रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा को लोकसभा से हटाने की सिफारिश की गई है, जिसे लोग गंभीरता से लेते हैं।

नई दिल्ली में टृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की संसदीय सदस्यता खत्म हो सकती है, इसकी संकेत मिल रही है। एथिक्स कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा के खिलाफ सख्ती से कदम उठाने का सुझाव दिया है। इससे पहले, बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को सदन में हाजिरी बनाए रखने का आदान-प्रदान किया है, जिससे वह वोटिंग के दौरान सशक्त हो सकती है।

आने वाले समय में, एथिक्स कमिटी की सिफारिश के बाद, महुआ मोइत्रा को सुप्रीम कोर्ट जाने का विचार करना पड़ सकता है। इस पूरे मामले में, उन्होंने अपनी भूमिका को ‘मां दुर्गा’ के रूप में बताते हुए बीजेपी के खिलाफ उठाए गए कदमों का समर्थन किया है। जो भी हो, यह बहुत चर्चा में है और उत्तर का इंतजार है।

लोकसभा में अब क्या होगा?

विधायिका के नियमों के अनुसार, आचरण समिति की रिपोर्ट को प्रस्तुत करने का अधिकार सिर्फ तीन व्यक्तियों को होता है – सदन के नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सदन के उप-नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी। यह ज्ञात है कि न तो सदन के नेता और न ही उप-नेता इस रिपोर्ट को पेश करेंगे, इसलिए इस स्थिति में एकमात्र विकल्प प्रह्लाद जोशी बचते हैं, जो एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट को लोकसभा में प्रस्तुत कर सकते हैं। आगे की प्रक्रिया की जानकारी के लिए इसका प्रतीक्षा की जा रही है।

आगे नियमों के अनुसार, एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट में की गई सिफारिश पर सदन में राय ली जाती है। यदि रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा को लोकसभा से हटाने की सिफारिश है, तो सरकार इसे लोकसभा में प्रस्तुत करेगी और वोटिंग के बाद तय होगा कि उनकी संसद सदस्यता बनी रहेगी या नहीं।

लोकसभा के आंकड़े स्पष्ट हैं – बीजेपी अकेले दम पर बहुमत में है और एनडीए गठबंधन के साथ आंकड़े बढ़ रहे हैं। महुआ मोइत्रा के बचने के चांस कम हैं, और बीजेपी ने वोटिंग की तैयारियों के लिए व्हिप जारी किया है।

महुआ मोइत्रा ने कहा, “जब नाश मनुज पर छाता है…”। हालांकि, टीएमसी ने वोटिंग करवाने की बजाय महात्मा गांधी की मूर्ति के पास प्रदर्शन करने का रास्ता चुना है। महुआ ने सत्ताधारी बीजेपी के लिए अपने आत्मविश्वास को दिखाते हुए कहा, “जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। देखते हैं क्या होता है।”

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