शरद पवार की राहुल और खरगे के साथ बैठक में क्या बनी विपक्ष को एकजुट करने की रणनीति?

नई दिल्ली: 

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की. इन नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी दलों में एकता के मुद्दे पर चर्चा हुई. सूत्रों के अनुसार बैठक में तय किया गया कि विपक्ष को एकजुट करने के लिए मुद्दों पर केंद्रित कॉमन एजेंडा तय किया जाएगा. नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, के चंद्रशेखर राव, नवीन पटनायक, जगन रेड्डी और अरविंद केजरीवाल से बात की जाएगी.

पहले इन नेताओं से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की जाएगी और फिर सबके साथ एक बैठक होगी. खास बात यह है कि बैठक में राहुल गांधी का नाम बैठक में कहीं अलग से नहीं होगा. इसके अलावा संयुक्त विपक्ष में पहली बार नवीन पटनायक और जगन रेड्डी को शामिल करने की बात हुई है. इन दोनों नेताओं से शरद पवार और नीतीश कुमार के जरिए संपर्क किया जाएगा. नीतीश कुमार तेलंगाना के मुख्यमंत्री से खुद बात करेंगे. मल्लिकार्जुन खरगे के साथ शरद पवार और नीतीश कुमार चाणक्य की भूमिका में रहेंगे.

बताया जाता है कि शरद पवार, मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने चर्चा में विपक्ष के दलों को एक मंच पर लाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया. पवार ने तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी जैसे दलों को साथ लेने पर भी जोर दिया. यह बैठक खरगे के नई दिल्ली के आवास 10 राजाजी मार्ग में हुई. बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे.

इस बैठक के बाद खरगे,शरद पवार और राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी दलों को एकजुट करने की जरूरत है और सभी लोग इसको लेकर प्रतिबद्ध हैं. खरगे ने प्रेस से कहा, ‘‘कल नीतीश जी, तेजस्वी ने बात की थी…सभी लोकतंत्र, संविधान और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बचाने के लिए और महंगाई एवं युवाओं के लिए मिलकर काम करेंगे.” उन्होंने कहा, ‘‘पवार साहब का कहना है कि सबसे मिलकर बात करेंगे और सब एक होने की कोशिश करेंगे. हम सब मिलकर काम करें, देशहित में काम करें.”

बाद में कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘‘एक साथ और मजबूत हैं. हम जनता के बेहतर, उज्ज्वल और साझा भविष्य के लिए एकजुट हैं. राहुल गांधी जी और शरद पवार जी के साथ आगे के कदमों पर चर्चा हुई.”

शरद पवार ने कहा, ‘‘हमारी सोच भी वही है जो खरगे जी ने कहा है. परंतु सिर्फ सोच से मदद नहीं मिलेगी. एक प्रक्रिया शुरू करने की जरूरत है. यह सिर्फ शुरुआत है. इसके बाद ममता बनर्जी (टीएमसी) अरविंद केजरीवाल (आप) और अन्य दलों के साथ बातचीत करनी है ताकि इस प्रक्रिया में उन्हें शामिल किया जा सके.” पवार ने कहा कि विपक्षी दलों को साथ लाने का प्रयास किया जाएगा.

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘यह प्रक्रिया आरंभ हुई है. हम सब पार्टियां इस प्रक्रिया को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”

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